बुध का मकर राशि में गोचर से जानें सभी राशियों पर क्या पड़ेगा प्रभाव
बुध का मकर राशि में गोचर आपके लिए लाएगा कई अवसर! यहाँ पढ़ें गोचर का भविष्यफल और जानें बुध के मकर राशि में प्रवेश करने से सभी राशियों के जीवन में क्या परिवर्तन आएंगे।
नया साल 2020 कई मायनों में खास रहने वाला है। इस साल पंचांग गणना के अनुसार सभी 9 ग्रह अपनी राशि बदलने वाले हैं। यहां तक कि इस वर्ष एक ही राशि में स्थिर चल रहे शनि भी जनवरी महीने में अपनी राशि बदलने वाले हैं। शनि के इस राशि परिवर्तन से साढ़े साती का नया दौर शुरू होगा। इसके अलावा बृहस्पति मार्गी और वक्री होते हुए राशियों से गुजरेंगे। इसलिए ऐसा माना जा रहा यही कि इन ग्रहों की राशि परिवर्तन से भारत में कुछ न कुछ बड़े बदलाव अवश्य ही देखने को मिलेंगे।
बुध का मकर राशि में गोचर, 13 जनवरी, सोमवार की सुबह 11:22 बजे धनु राशि से निकलकर अपने मित्र शनि के स्वामित्व वाली मकर राशि में प्रवेश करेगा।
बुध को एक सौम्य ग्रह का दर्जा दिया गया है, इसके अलावा बुध को वैदिक ज्योतिष में ग्रहों में राजकुमार की संज्ञा भी दी गई है। कहा जाता है कि जो ग्रह बुध के साथ जैसा सम्बन्ध बनाता है उसे वैसा ही फल मिलता है। यानी कि बुध शुभ ग्रहों के साथ संबंध बनाने पर शुभ फल तथा अशुभ ग्रहों के साथ संबंध बनाने पर अशुभ फल देता है। हालाँकि मिथुन और कन्या राशि पर इस का प्रभाव आधिपत्य माना जाता है तथा कन्या राशि में ही यह उच्च का होता है। वहीँ इसके एकदम विपरीत मीन राशि में यह नीच अवस्था में स्थित माना जाता है।
बुध व्यापार का मुख्य कारक ग्रह माना जाता है। बुध से प्रभावित जातक बोलने की कला में माहिर होते हैं और अपनी उम्र से कुछ कम उम्र के दिखाई देते हैं। ऐसे जातकों में कुछ चंचलता भी होती है और क्योंकि बुध त्वचा का भी कारक ग्रह है इसलिए जन्म कुंडली में बुध के प्रभावित होने पर त्वचा संबंधित रोग होने की संभावना बढ़ जाती है।
यह राशिफल चंद्र राशि पर आधारित है। जानें अपनी चंद्र राशि
सभी लोगों को वाणी और संचार कौशल देने वाला यही बुध ग्रह 13 जनवरी, सोमवार की सुबह 11:22 बजे धनु राशि से निकलकर अपने मित्र शनि के स्वामित्व वाली मकर राशि में प्रवेश करेगा। तो आईये जानते हैं कि बुध के मकर राशि में गोचर का सभी राशि के जातकों पर क्या सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव पड़ने वाला है:
आपकी राशि के लिए बुध देव आपके तीसरे भाव तथा छठे भाव के स्वामी हैं और अपने मकर राशि में गोचर के दौरान हुए आपके दशम भाव में विराजमान होंगे दशम भाव से हमारी आजीविका हमारे कर्म और हमारे यश का विचार किया जाता है....विस्तार से पढ़ें
वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध देव आपके दूसरे और पांचवें भाव के स्वामी हैं। अपने मकर राशि में प्रवास के दौरान वे आपकी राशि से नवम भाव में प्रवेश करेंगे, जिससे आपके मान और यश में बढ़ोतरी होगी तथा आपकी धन संपदा का विस्तार होगा....विस्तार से पढ़ें
आपकी राशि के स्वामी होने के साथ-साथ आपकी कुंडली के चतुर्थ भाव के स्वामी बुध देव अपने मकर राशि में गोचर के दौरान आपके अष्टम भाव में प्रवेश करेंगे...विस्तार से पढ़ें
आपकी राशि के लिए बुध देव आपके तीसरे और बारहवें भाव के स्वामी हैं और अपने मकर राशि में गोचर के दौरान वे आपके सप्तम भाव में स्थापित होंगे। सप्तम भाव हमारी दीर्घकालीन साझेदारियों का भाव है और व्यापार का भी द्योतक है....विस्तार से पढ़ें
सिंह राशि के जातकों के लिए बुध देव आपके दूसरे भाव के साथ साथ ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और मकर राशि में अपने इस गोचर के दौरान वे आपके छठे भाव में प्रवेश करेंगे। छठा भाव अदालत का भाव है, वाद विवाद का भाव है और इस कारण इस दौरान आपको वाद-विवाद में उत्तम सफलता मिलेगी....विस्तार से पढ़ें
आपकी राशि के स्वामी होने के साथ-साथ आपके दशम भाव के स्वामी बुध देव मकर राशि में गोचर के दौरान आपके पंचम भाव में अपना प्रभाव दिखाएँगे। पंचम भाव हमारे प्रेम, शिक्षा और संतान का भाव है और यही हमारी बुद्धि का भाव भी है....विस्तार से पढ़ें
तुला राशि के लोगों के लिए बुध का प्रभाव अनुकूल रहता है क्योंकि यह आपकी कुंडली के नवम भाव के स्वामी होने के साथ-साथ आप के द्वादश भाव के स्वामी हैं....विस्तार से पढ़ें
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह आपके आठवें और ग्यारहवें भाव का स्वामी है और मकर राशि में बुध के गोचर के दौरान आपके तीसरे भाव में बुध का प्रभाव विशेष रुप से दिखाई देगा....विस्तार से पढ़ें
धनु राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह सातवें भाव का स्वामी होने के साथ-साथ दसवें भाव का स्वामी भी है और अपने मकर राशि में संचरण के दौरान वे आपके दूसरे भाव में प्रवेश करेंगे। दूसरा भाव हमारा वाणी और भोजन का भाव है....विस्तार से पढ़ें
मकर राशि के लिए बुध काफी अनुकूल होता है क्योंकि यह आपके छठे भाव के साथ-साथ नवम अर्थात भाग्य भाव का स्वामी भी है और अपने गोचर की इस अवधि में बुध ग्रह आपकी राशि में विराजमान होगा....विस्तार से पढ़ें
कुंभ राशि के स्वामी शनि के मित्र बुध ग्रह आपके पंचम भाव के स्वामी होने के साथ-साथ आठवें भाव के स्वामी भी हैं और इस दौरान गोचर करते हुए आपके बारहवें भाव में प्रवेश करेंगे। यह बारहवाँ भाव हमारा हानि अथवा व्यय भाव भी कहा जाता है....विस्तार से पढ़ें
आपकी राशि के लिए बुध देव चौथे और सातवें भाव के स्वामी हैं और अपनी इस गोचर की अवधि में वे आपके एकादश भाव में प्रवेश करने वाले हैं। एकादश भाव आपका लाभ भाव कहलाता है क्योंकि जीवन के सभी प्रकार के लाभ इस भाव से देखे जाते हैं....विस्तार से पढ़ें
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